हिन्दुस्तान इलाहाबाद
13 -जुलाई -2015 पेज नंबर 1
इलाहाबाद विधि संवाददाता सीनियर एडवोकेट आरके ओझा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और अशोक कुमार सिंह महासचिव निर्वाचित हुए हैं। रविवार भोर तक चली वोटों की गिनती में दयाशंकर मिश्र वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुधीर कुमार चंद्रौल संयुक्त सचिव प्रशासन, रणविजय सिंह संयुक्त सचिव लाइब्रेरी, जनार्दन यादव संयुक्त सचिव प्रेस, हिमकन्या श्रीवास्तव संयुक्त सचिव महिला व राजीव शुक्ल कोषाध्यक्ष बने।अध्यक्ष पद पर विजयी आरके ओझा ने पूर्व महासचिव अनिल तिवारी 1012 को वोटों से हराया। केपी ट्र्स्ट के पूर्व अध्यक्ष टीपी सिंह तीसरे व पूर्व महाधिवक्ता वीसी मिश्र चौथे स्थान पर रहे। ओझा को 2496, अनिल तिवारी को 1484, टीपी सिंह को 1354, वीसी मिश्र को 1132, वीर सिंह को 488, सुनीता जैन को 71 और वाईडी शर्मा को 15 वोट मिले।
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इलाहाबाद विधि संवाददाता सीनियर एडवोकेट आरके ओझा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और अशोक कुमार सिंह महासचिव निर्वाचित हुए हैं। रविवार भोर तक चली वोटों की गिनती में दयाशंकर मिश्र वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुधीर कुमार चंद्रौल संयुक्त सचिव प्रशासन, रणविजय सिंह संयुक्त सचिव लाइब्रेरी, जनार्दन यादव संयुक्त सचिव प्रेस, हिमकन्या श्रीवास्तव संयुक्त सचिव महिला व राजीव शुक्ल कोषाध्यक्ष बने।अध्यक्ष पद पर विजयी आरके ओझा ने पूर्व महासचिव अनिल तिवारी 1012 को वोटों से हराया। केपी ट्र्स्ट के पूर्व अध्यक्ष टीपी सिंह तीसरे व पूर्व महाधिवक्ता वीसी मिश्र चौथे स्थान पर रहे। ओझा को 2496, अनिल तिवारी को 1484, टीपी सिंह को 1354, वीसी मिश्र को 1132, वीर सिंह को 488, सुनीता जैन को 71 और वाईडी शर्मा को 15 वोट मिले।
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13 -जुलाई -2015 पेज नंबर 6
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इलाहाबाद विधि संवाददाताआरके ओझा को हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष की कुर्सी दूसरे प्रयास में हासिल हुई लेकिन इस बार का चुनावी मैदान काफी बड़ा था। चतुष्कोणीय संघर्ष में फंसे ओझा को इस बार वकीलों ही नहीं राजनीति के दो दिग्गजों से लोहा लेना पड़ा।काबीना मंत्री शिवाकांत ओझा के भाई राधाकांत ओझा पिछले चुनाव में 439 वोटों से पिछड़कर दूसरे स्थान पर थे। लेकिन उनकी राह इस बार ज्यादा कठिन थी। तीसरे स्थान पर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता टीपी सिंह व चतुर्थ रहे वीसी मिश्र वकीलों की ही नहीं आम राजनीति के भी माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। दोनों ही सपा से जुड़े हैं। वीसी मिश्र इस कुर्सी को सात बार अपना बना चुके हैं तो टीपी सिंह एशिया की सबसे बड़ी केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष का दायित्व संभाल चुके हैं। इसके अलावा युवाओं में लोकप्रिय पूर्व महासचिव अनिल तिवारी और एसके अवस्थी के मामले में सफल आंदोलन से दमदार छवि बना चुके वीर सिंह भी चुनाव मैदान में आरके ओझा के सामने थे। ऐसे में बड़े अंतर से मिली यह जीत उनके लिए वाकई काफी बड़ी है।महासचिव पद पर खास टक्कर देखने को नहीं मिली। महासचिव बने अशोक सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुरेश चंद्र पांडेय पर 237 मतों से जीत दर्ज की। अशोक सिंह को 1264 व सुरेश चंद्र पांडेय को 1027 वोट मिले। पूर्व महासचिव प्रभाशंकर मिश्र 692 वोट लेकर तीसरे व डॉ. सुमन कुमार यादव 540 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे। इनके बाद राजेंद्र पांडेय (492), डीके तिवारी (440), राजेश सिंह (397), महेंद्र बहादुर सिंह (394), एसी तिवारी (373), विष्णु पांडेय (300), हरिकेश सिंह (201), राजकुमार गौतम (200), केके द्विवेदी (184), प्रदीप तिवारी (160), हरीश शुक्ल (149), असीम राय (115) व सुरेंद्र नाथ चौहान (33) रहे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने दयाशंकर मिश्र ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मंगला प्रसाद त्रिपाठी पर 22 वोटों से रोमांचक जीत दर्ज की। दयाशंकर मिश्र ने 1372 और मंगला प्रसाद त्रिपाठी त्रिपाठी ने 1350 वोट हासिल किए।संयुक्त सचिव प्रशासन पद पर सुधीर कुमार चंद्रौल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आशुतोष शुक्ल को 444 वोटों से पीछे छोड़ा। सुधीर को 1647 व आशुतोष को 1203 वोट मिले। अजय कुमार मिश्र 1040 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। संयुक्त सचिव लाइब्रेरी बने रणविजय सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आलोक कुमार शुक्ल को 248 मतों से शिकस्त दी। विनय कुमार श्रीवास्तव 1136 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे। संयुक्त सचिव प्रेस बने जनार्दन यादव ने आशीष मिश्र पर 336 वोटों से विजय पाई। कोषाध्यक्ष की कुर्सी पर दोबारा कब्जा जमाने वाले राजीव शुक्ल ने विंदेश्वरी प्रसाद गुप्ता को 638 वोटों से पीछे छोड़ा।
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