Monday, September 14, 2015

हाईकोर्ट बार की नई वेबसाइट के हिन्दी और अंग्रेजी वर्जन का उद्घाटन -हिन्दी दिवस



हिन्दी दिवस समारोह में  हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड ने न्यायमूर्ति सुधीर नारायण के काव्य संग्रह ‘सुर सरिता’ का विमोचन किया। मुख्य न्यायमूर्ति डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड ने कार्यकारिणी  सदस्य कृष्ण मनोहर तिवारी के द्वारा तैयार की गई  हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की नई  वेबसाइट(www. hcbaallahabad.in ) के हिन्दी और अंग्रेजी वर्जन का भी उद्घाटन किया। न्यायमूर्ति सुधीर नारायण ने अपने काव्य संग्रह के विषय में बताया कि आठ वर्षों की साधना केबाद उन्होंने यह काव्य संग्रह तैयार किया। उन्होंने अपने वकालत और जज के तौर पर हाईकोर्ट में बिताए गए समय को भी याद किया।

हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड ने कहा है कि हिन्‍दी राष्ट्र भाषा है, यह हमारे राष्ट्रीय स्वाभिमान और एकता का प्रतीक है।हिन्दी मात्र भाषा ही नहीं बल्कि मानवता का एहसास भी है ।  उन्होंने मुंबई हाईकोर्ट का एक दृष्टांत बताते हुए कहा कि अंग्रेजी हमारी अपनी भाषा नहीं है। जबकि हिन्‍दी हमारी संस्कृति का प्रतीक है यह हमें अपने अस्तित्व का बोध कराती है। मुख्य न्यायमूर्ति हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित हिंदी दिवस समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

इस मौके पर हिन्‍दी में काम करने वाले अधिवक्ता शशिकांत कुशवाहा, सुधीर कुमार सिंह, उत्तम कुमार गोस्वामी, अनिल पाठक, देवेंद्र कुमार तिवारी, मो. हसन जैदी, श्रीरंग पांडेय, विधू भूषण शुक्ल, राजनारायण पांडेय, कंदर्प श्रीवास्तव, विनोद सिंह, उत्पल निषाद, जनार्दन यादव, संजय पाठक, विजांत नीरज, चंद्रकेश मिश्र, पुष्पेंद्र सिंह तोमर, अशोक त्रिवेदी और अशोक कुमार सिंह यादव को सम्मानित किया गया।
समारोह में न्यायमूर्ति अरुण टंडन, न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, न्यायमूर्ति शशिकांत गुप्ता के अलावा बार के अध्यक्ष राधाकांत ओझा और उपाध्यक्ष  सुनील कुमार सिंह मिंटू , आनंद मोहन पांडेय , बृजेंद्र कुमार पांडेय , रुचिर श्रीवास्तव  और सिपाहीलाल शुक्ल,संयुक्त सचिव प्रशासन  सुधीर कुमार चंद्रौल, संयुक्त सचिव लाइब्रेरी  रणविजय सिंह  संयुक्त सचिव प्रेस बने जनार्दन यादव  संयुक्त सचिव  महिला हिमकन्या श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष  राजीव शुक्ल । कार्यकारिणी के सभी सदस्य विवेक मिश्र , अजय कुमार मिश्र , अजीत सिंह , योगेंद्र प्रताप सिंह , गोविंद नारायण तिवारी , मनोज कुमार मिश्र , आशीष कुमार मिश्र , अजय कुमार द्विवेदी , अमित कुमार श्रीवास्तव, दिनेश वरुण , संतोष कुमार निगम , आनंद शंकर दुबे , मुकुल पांडेय , कृष्ण मनोहर तिवारी , इंदुभूषण त्रिपाठी  गवर्निग काउंसिल सदस्य मौजूद थे। महासचिव अशोक कुमार सिंह ने हिंदी पर व्याख्यान दिया। धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने किया।





Sunday, September 13, 2015

हिन्दी दिवस के अवसर पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा लाईब्रेरी हाल में सायं ०४:१५ बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा


कृष्ण मनोहर तिवारी
(कार्यकारणी सदस्य हाईकोर्ट बार एसोसिएशन)
दिनांक १४.०९.२०१५  दिन सोमवार   को हिन्दी दिवस  के अवसर पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन  द्वारा  लाईब्रेरी हाल  में  सायं  ०४:१५  बजे कार्यक्रम  का आयोजन  किया  जायेगा  जिसमे माननीय मुख्य  न्यायमूर्ति  डॉ0  डी 0 वाई 0 चन्द्रचूड़  जी ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित  होने की अपनी सहमती प्रदान की है । उक्त कार्यक्रम में माननीय न्यायमूर्ति  सुधीर नारायण  जी  की  पुस्तक का  विमोचन  भी विषय प्रवर्तन द्वारा  माननीय न्यायमूर्ति विमलेश कुमार शुक्ल  जी  के कर कमलों द्वारा किया जायेगा । उक्त अवसर पर हिन्दी में उत्कृष्ट  योगदान  देने वाले अधिवक्तागणों  को सम्मानित किया जायेगा ।

                               उक्त कार्यक्रम  में  हाईकोर्ट इलाहाबाद के  समस्त  माननीय न्यायमूर्तिगणों  के साथ -साथ महाधिवक्ता ,अपर महाधिवक्ता ,शासकीय अधिवक्ता , मुख्य स्थायी अधिवक्ता सहित वरिष्ठ अधिवक्ताओं ,पूर्व पदाधिकारी(हाईकोर्ट बार एसोसिएशन) ,सभी अधिवक्तागण एवं समस्त दैनिक  समाचार पत्रो  के मुख्य  संपादकों /फोटोग्राफरों  को  भी आमंत्रित किया गया है । 

Thursday, August 20, 2015

इलाहाबाद हाईकोर्ट क्रिमिनल लॉ प्रैक्टिशनर एसोसिएशन की ओर से आयोजित समारोह में न्यायमूर्ति अमर सरन एवं न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह का स्वागत किया


इलाहाबाद हाईकोर्ट में फौजदारी मामलों के वकीलों ने गुरुवार रात एक सादे समारोह में न्यायमूर्ति अमर सरन एवं न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह का स्वागत किया। वकीलों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता वीएम जैदी ने कहा कि दोनों न्यायमूर्तियों को बार ने जिस काम के लिए भेजा था, उन्होंने उसे शानदार अंजाम दिया और रिटायर होकर फिर बार में आए हैं इसलिए हम उनका स्वागत कर रहे हैं।क्रिमिनल लॉ प्रैक्टिशनर एसोसिएशन की ओर से आयोजित समारोह में जस्टिस रवींद्र सिंह ने कहा कि यहां का बार कानूनी तौर पर देशभर में सबसे मजबूत है। उन्होंने कहा कि कई क्रिमिनल लॉ प्रैक्टिशनर ऐसे हैं, जो बेंच में गए तो न्याय व्यवस्था को मजबूत करने के साथ न्याय पालिका और बार का गौरव बढ़ा सकते हैं। जस्टिस अमर सरन ने कहा यह समारोह साबित करता है कि यहां के वकीलों का कानूनी ज्ञान ही नहीं बेहतर है, उनका दिल भी बड़ा है। वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल स्वरूप चतुर्वेदी व वीपी श्रीवास्तव ने दोनों न्यायाधीशों की कार्यशैली का सराहना की। अंत में दोनों न्यायाधीशों को स्मृतिचिह्न प्रदान किया गया। रवींद्र शर्मा ने संचालन का दायित्व निभाया। समारोह में एसोसिएशन के विष्णु शरण सिंह पुजारी, आईके चतुर्वेदी, वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेश मिश्र व एमसी चतुर्वेदी, ब्रजेश सहाय, अपर महाधिवक्ता इमरान उल्लाह, शासकीय अधिवक्ता अखिलेश सिंह, पूर्व शासकीय अधिवक्ता डीआर चौधरी, श्रीमती प्रवीण शुक्ला, आशुतोष तिवारी, विमलेंदु त्रिपाठी, अश्विनी कुमार ओझा, मोहित सिंह आदि उपस्थित रहे।

Wednesday, August 19, 2015

देश में सबसे ज्यादा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के पद खाली






                       कानून मंत्रालय की ओर से 1 अगस्त तक के आकड़ो के अनुसार इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के कुल 160 पद स्वीकृत है जब की वर्तमान समय में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की सख्या 76 है यानी 84 पद रिक्त है । यह आकड़ा तब बदल गया जब हमारे माननीय न्यायमूर्ति  राजेस  कुमार  जी 14 अगस्त 2015  को सेवानिवृत्ति हुए । वर्तमान समय में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 75 हो गयी  है जो आधे  से भी कम है ।  न्यायाधीशों  की  कमी के कारण  वादकारियों को न्याय नही मिल पा रहा है ।न्यायाधीशों के स्वीकृत पद पुरा करने के लिए न्यायपालिका  और कार्यपालिका दोनों से इलाहाबाद  उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओ की  यह माग है की तत्काल वादकारियों के हित को ध्यान में रखते हुए खाली पदो को भरा जाये । 

Wednesday, August 12, 2015

एक सितंबर से शुरू होगा एफिडेविट सेंटर

एक सितंबर से शुरू होगा एफिडेविट सेंटर
अमर उजाला पेज न-4 
 बुधवार 12 अगस्त 2015
इलाहाबाद (ब्यूरो)। हाईकोर्ट का एफिडेविट सेंटर एक सितंबर से पूरी तरह से सक्रिय कर दिया जाएगा। इसके बाद वादकारियों को हाईकोर्ट आकर हलफनामा पर दस्तख़त करना और फोटो खिंचवाना अनिवार्य हो जाएगा। यह निर्णय हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की एक बैठक में मंगलवार को लिया गया। अध्यक्ष आरके ओझा और महासचिव अशोक कुमार सिंह सहित समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने निर्णय लिया है कि एफिडेविट सेंटर चलाने के लिए 20 दिन का और समय दिया जाए तथा एक सितंबर से इसे अनिवार्य कर दिया जाए। यह जानकारी बार के संयुक्त सचिव प्रेस जर्नादन यादव ने दी है।

Monday, August 10, 2015

इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना का 150 वां वर्ष


भारत में उच्च न्यायालयों  की स्थापना हेतु ब्रिटिश संसद ने 9 अगस्त 1861  को  भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम 1861 पारित किया इस अधिनियम ने ब्रिटेन की महारानी को कलकत्ता ,मद्रास और बम्बई  में उच्च न्यायालय की स्थापना हेतु प्राधिकृत किया , ब्रिटेन की महारानी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की स्थापना हेतु लेटर्स पेटेंट 17 मार्च 1866 को जारी किया । चार्टर एक्ट 1833  के तहत मद्रास और बम्बई में लेजिस्लेटिव  कौंसिल  की  स्थापना किया गया । इस चार्टर एक्ट में 1834 में संशोधन कर भारत  की चौथी प्रेसिडेंसी आगरा में  स्थापित किया गया था ।  हाई कोर्ट आगरा  में 1866 से 1869 ई ० तक रहा था । सं ० 1869 में उच्च न्यायालय आगरा से इलाहाबाद लाया गया और सरोजनी  नायडू मार्ग ईमारत   में सं ० 1916 तक कार्य करता रहा जहां पर वर्तमान समय में ऊ 0 प्र 0 राजस्व परिषद का मुख्यालय कार्यरत है । इलाहाबाद उच्च न्यायालय की वर्तमान ईमारत की आधारशिला 18 मार्च 1911 को रखी गयी थी इस ईमारत में 27 नवंबर 1916 में न्यायिक कार्य प्रारम्भ हुआ जो अभी तक जारी है । 

 

Sunday, August 9, 2015

150 years of establishment of the Allahabad High Court

 The Indian High Court Act 1861 provided for establishment of the Calcutta, Bombey
and Madras High Court. It also reserved power in Her Majesty Queen Victoria to constitute similar High Court in any other part of the country. The letters patent/Charter dated 17th March 1866 was issued constituting the High Court of Judicature for North Western Provinces which started functioning at Agra on 18th  June 1866. It shifted to Allahabad in 1869 and functioned in the building which now houses the Board of Revenue. On 27th November 1916, it was shifted to its present building. The name of the High Court was changed to High Court of Judicature at Allahabad by Supplementary Letters Patent dated 11th March 1919.        
                     

Tuesday, August 4, 2015

हाई कोर्ट बार से पुनर्मिलन समारोह -न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह


 हाईकोर्ट बार में न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह का अभिनन्दन 


इलाहाबाद : इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति डा. वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जब किसी व्यक्ति का सम्मान किया जाता है तो पूरी संस्था सम्मानित होती है। हाईकोर्ट की यह स्वस्थ परंपरा है। मुख्य न्यायमूर्ति मंगलवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह के अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह के कार्यकाल की सराहना की। न्यायमूर्ति रवींद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह उनका इस बार से पुनर्मिलन समारोह है। जब भी वह यहां आते हैं तो उन्हें ठीक उसी तरह लगता है कि कोई बच्चा अपनी मां की गोद में आया हो। यदि बार बेंच का सम्मान करता है तो बेंच को भी बार का आदर करना चाहिए। इससे जनता में सम्मान बढ़ता है। समारोह में बार के अध्यक्ष आरके ओझा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएस मिश्र और महासचिव अशोक सिंह ने अधिवक्ताओं की ओर से जस्टिस सिंह को स्मृति चिह्न् प्रदान किया। पूर्व संयुक्त सचिव प्रशासन शशि प्रकाश सिंह ने संचालन किया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति राकेश तिवारी, न्यायमूर्ति वीके शुक्ला, न्यायमूर्ति आरडी खरे, न्यायमूर्ति वी रमेश, न्यायमूर्ति मो. ताहिर, न्यायमूर्ति शशिकांत, न्यायमूर्ति एसपी केसरवानी, न्यायमूर्ति रणविजय सिंह, न्यायमूर्ति वीके नारायण शामिल हुए। कार्यक्रम में अपर महाधिवक्ता सीबी यादव, कमरुल हसन सिद्दीकी, इमरान उल्लाह, शासकीय अधिवक्ता अखिलेश सिंह, पूर्व महाधिवक्ता एसपी गुप्ता, जेबी सिंह, सम्पन्न कुमार संघर्ष, विनय प्रताप सिंह यादव, सुनील कुमार सिंह , आनंद मोहन पांडेय , बृजेंद्र कुमार पांडेय , रुचिर श्रीवास्तव ,  सिपाहीलाल शुक्ल , सुधीर कुमार चंद्रौल, रणविजय सिंह, जनार्दन यादव, राजीव शुक्ला, हिमकन्या श्रीवास्तव, विवेक मिश्र , अजय कुमार मिश्र , अजीत सिंह , योगेंद्र प्रताप सिंह , गोविंद नारायण तिवारी , मनोज कुमार मिश्र , आशीष कुमार मिश्र, अजय कुमार द्विवेदी , अमित कुमार श्रीवास्तव , दिनेश वरुण , संतोष कुमार निगम , आनंद शंकर दुबे , मुकुल पांडेय , कृष्ण मनोहर तिवारी , इंदुभूषण त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। 

Tuesday, July 21, 2015

आजीवन सदस्यता-हाईकोर्ट बार एसोसिएशन

                                                               सूचना 

सर्वसम्मति से  यह संस्तुत एवं स्वीकृत  किया गया की हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का आजीवन सदस्यता प्राप्त करने के अधिवक्ता एकमुश्त 5600 रुपए या पांच-पांच सौ की दस व 600 रुपए की एक किश्त जमा करके आजीवन सदस्यता हासिल कर सकते हैं।

(आपके सहयोग के लिए धन्यवाद )
कृष्ण मनोहर तिवारी 
 सदस्य गवर्निंग कौंसिल,
 हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद 

हाईकोर्ट बार की सदस्यता के बनेंगे नए मापदंड

एक्टिव-नॉन एक्टिव मेंबर को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। वन बार-वन वोट पर भी बातें होती हैं। इन्हें किस तरह अमल में लाया जाए कि एसोसिएशन की सदस्यता पर सवाल न उठे और वकीलों का सम्मान भी बना रहे, ऐसी गाइडलाइन तैयार होनी चाहिए। अशोक सिंह, महासचिव 
सुप्रीम कोर्ट बार की सदस्यता व मताधिकार की गाइडलाइन है। पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी एक गाइडलाइन बनाएगी कि कौन हाईकोर्ट बार का सदस्य हो सकता है और किसे एसोसिएशन के चुनाव में मताधिकार दिया जाना चाहिए। आरके ओझा, अध्यक्ष
इलाहाबाद विधि संवाददाताहाईकोर्ट बार एसोसिएशन की सदस्यता हासिल करने के लिए मापदंड बनाए जाएंगे। साथ ही मतदान के अधिकार के लिए सदस्य की क्या अर्हता होगी, यह भी तय किया जाएगा।एसोसिएशन ने इसके लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी में तीन वरिष्ठ अधिवक्ता, जिनमें दो पूर्व अध्यक्ष भी हैं और दो पूर्व महासचिवों को रखा गया है। संयुक्त सचिव प्रेस जनार्दन यादव के अनुसार यह फैसला अध्यक्ष आरके ओझा की अध्यक्षता में सोमवार को हुई आपातकालीन बैठक में लिया गया। कमेटी में शामिल वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश नारायण शर्मा, वीपी श्रीवास्तव व वीएम जैदी और पूर्व महासचिव प्राणोशदत्त त्रिपाठी व एनसी त्रिपाठी सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुक्रम में सदस्यता व मताधिकार की गाइडलाइन बनाएंगे। बैठक में यह भी तय हुआ कि मुकदमों से जुड़ी समस्याओं के संदर्भ में त्वरित कार्यवाही के लिए एसोसिएशन की कार्यकारिणी जल्द ही चीफ जस्टिस से मुलाकात करेगी। इसके अलावा सदस्या अधिवक्ता एकमुश्त 5600 रुपए या पांच-पांच सौ की दस व 600 रुपए की एक किश्त जमा करके आजीवन सदस्यता हासिल कर सकते हैं।

Thursday, July 16, 2015

HCBA-List of Elected Candidates

High Court Bar Association,Allahabad
Election 2015-16
List of Elected Candidates
Sl No.
Name
Designation
Mobile No.
1
Radha Kant Ojha(R.K.Ojha)
President
9415217248
2
Dya Shankar Mishra
Senior Vice President
9839371750
3
Sunil Kumar Singh (Mintoo)
Vice President
9415015841
4
Anand Mohan Pandey
Vice President
9452596912
5
Brijendra Kumar Pandey (B.K.Pandey)
Vice President
9415184751
6
Ruchir Srivastava (Mama Ji)
Vice President
9935571113
7
Sipahi Lal Shukla
Vice President
9839405853
8
Ashok Kumar Singh
Hony.Secretary
9450595213
9
Sudhir Kumar (Chandraul)
Jt. Secretary(Admin)
9415340256
10
Ran Vijay Singh
Jt. Secretary(Library)
9415081979
11
Janardan (Janardan Yadav)
Jt. Secretary(Press)
9415367929
12
Himkanya Srivastava
Jt. Secretary(Women)
9335118519
13
Rajiv Shukla
Treasurer
9415305896
14
Vivek Mishra
Member Of G.C.
9452793480
15
Ajay Kumar Mishra
Member Of G.C.
9839068724
16
Ajeet Singh
Member Of G.C.
9559838777
17
Yogendra Pratap Singh
Member Of G.C.
9935985212
18
Govind Narayan Tiwari(G.N.Tiwari)
Member Of G.C.
9450625741
19
Manoj Kumar Mishra
Member Of G.C.
9450711984
20
Ashish Kumar Mishra
Member Of G.C.
9839647168
21
Ajay Kumar Dwivedi
Member Of G.C.
9415283796
22
Amit Kumar Srivavastava (Jaunpuri)
Member Of G.C.
9451180155
23
Dinesh Varun
Member Of G.C.
9005233822
24
Santosh Kumar Nigam
Member Of G.C.
9452929293
25
Anand Shankar Dubey
Member Of G.C.
9695630555
26
Mukul Pandey (M.Pandey)
Member Of G.C.
9794232223
27
Krishna Manohar Tiwari(K.M.Tiwari)
Member Of G.C.
9807858510
28
Indu Bhushan Tripathi
Member Of G.C.
9839517877